अजमेर से उदयपुर जा रही ट्रेन को गुरुवार सुबह भीलवाड़ा डेयरी के पास दो दर्जन युवकों ने अचानक सामने आकर रोकने की कोशिश की। इससे एक बारगी तो ड्राइवर की सांसें फूल गई। हालांकि इमरजेंसी ब्रेक लगाने से बड़ा हादसा टल गया।
ड्राइवर ने आशंका जताई कि ये युवक गुर्जर समाज के हो सकते हैं। गाड़ी कुछ देर के लिए वहां रुकी रही। इसके बाद आरपीएफ व जीआरपी ने दो बार ट्रैक की पेट्रोलिंग भी, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। रेलवे सूत्रों के मुताबिक मालोला रोड व भीलवाड़ा डेयरी के बीच अजमेर-उदयपुर शटल के सामने करीब 25-30 युवक खड़े हो गए। ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर वायरलैस से स्टेशन मास्टर कार्यालय को सूचना दी। सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन ने जीआरपी व आरपीएफ के जवानों को रतलाम-जोधपुर गाड़ी से पेट्रोलिंग के लिए भेजा। इसके लिए रतलाम-जोधपुर गाड़ी करीब 20 मिनट देरी से रवाना हुई। इसकी स्पीड स्लो कर जीआरपी व आरपीएफ के जवानों ने सरेरी स्टेशन तक ट्रैक की पेट्रोलिंग की, लेकिन ट्रैक के नजदीक कोई नजर नहीं आया। इधर, गाड़ी रुकते ही युवक भाग गए थे। इसके बाद डायवर्ट ट्रेन अहमदाबाद-दिल्ली (संपर्क क्रांति) से भी मांडल तक दुबारा पेट्रोलिंग के लिए पुलिस भेजी गई, लेकिन कोई भी नहीं मिला। रतलाम-जोधपुर ट्रेन की स्पीड स्लो करने के कारण अहमदाबाद-दिल्ली करीब एक घंटे स्टेशन पर खड़ी रही। स्थानीय अधिकारियों ने घटना की सूचना अजमेर मुख्यालय दी है। इसके बाद से सतर्कता बढ़ा दी गई है। संभावना है कि आज-कल में ट्रैक की नाइट पेट्रोलिंग शुरू होगी।
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